गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए कंपनी के मैनेजेरियल स्टाफ के 10 प्रतिशत कर्मचारियों को नौकरी से निकालने का निर्णय लिया है। इस फैसले का उद्देश्य गूगल की कार्यकुशलता को दोगुना करना है, खासकर तब जब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के क्षेत्र में तेजी से बदलाव हो रहे हैं। पिचाई ने बुधवार को एक ऑल-हैंड्स मीटिंग में कर्मचारियों को इस छंटनी के बारे में जानकारी दी, जिसमें मैनेजर, डायरेक्टर और उपाध्यक्ष के पदों पर कर्मचारियों को निकाला गया है।
गूगल के एक प्रवक्ता ने बताया कि जिन कर्मचारियों को निकाला गया है, उनमें से कुछ को “इंडिविजुअल कंट्रीब्यूटर” के रूप में फिर से भर्ती किया जाएगा, जबकि कुछ को पूरी तरह से बाहर किया जाएगा। इसका मतलब यह है कि कुछ कर्मचारी नए पदों पर काम करेंगे, जबकि कुछ पूरी तरह से निकाले जाएंगे।
यह छंटनी ऐसे समय में की गई है जब गूगल को OpenAI जैसे प्रतिस्पर्धियों का सामना करना पड़ रहा है, जो गूगल सर्च पर प्रभाव डाल सकते हैं। गूगल सर्च कंपनी के कुल राजस्व का 57 प्रतिशत हिस्सा है, और इसे बनाए रखने के लिए गूगल ने अपनी उत्पादों में जनरेटिव AI फीचर्स को शामिल किया है, जैसे हाल ही में लॉन्च किया गया Gemini 2.0, जो अब तक का सबसे उन्नत AI मॉडल माना जा रहा है।
गूगल द्वारा की गई चौथी छंटनी
सुंदर पिचाई का कहना है कि Gemini 2.0 AI मॉडल “नई एजेंटिक युग” की शुरुआत करेगा, जो दुनिया को समझने और उस पर निर्णय लेने में सक्षम होगा। इस घोषणा के बाद गूगल के शेयरों में चार प्रतिशत की बढ़त आई है।
यह छंटनी गूगल द्वारा इस साल की चौथी छंटनी है। इससे पहले, जनवरी में गूगल ने अपनी ग्लोबल विज्ञापन टीम से करीब 100 कर्मचारियों को निकाला था, और जून में क्लाउड यूनिट से भी 100 लोग बाहर किए गए थे।
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